
सांचौर (जालोर), 25 जुलाई:
राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री ई-ग्राम परियोजना के अंतर्गत सांचौर ब्लॉक के सभी ई-ग्राम प्रभारियों के लिए ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को पंचायत समिति सभागार, सांचौर में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ई-ग्राम प्रभारियों को परियोजना की प्रक्रिया, उद्देश्य और डेटा संग्रहण के मानकों से अवगत कराना था।
प्रमुख बिंदु: क्या हुआ प्रशिक्षण में?
ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर दिनेश मीणा ने प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए बताया कि ई-ग्राम परियोजना गांवों की यथार्थ व प्रमाणिक जानकारी एकत्र करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिससे राज्य सरकार ग्राम स्तर की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू कर सकती है।
उन्होंने सभी ई-ग्राम प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे मार्च 2025 तक की संपूर्ण जानकारी (जनसंख्या, शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना आदि) प्रमाणिक रूप से दर्ज करें और राजस्व ग्रामों की सटीक सूचनाएं समय पर अपलोड करें।
प्रशिक्षण में कौन-कौन रहा मौजूद?
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे:
- बाबूलाल सुथार – सहायक विकास अधिकारी
- ओमप्रकाश – प्रगति प्रसार अधिकारी
- हरीश कुमार – प्रोग्रामर
- हितेश कुमार पुरोहित – संगणक
इन सभी अधिकारियों ने ई-ग्राम पोर्टल के तकनीकी पक्ष, डेटा एंट्री प्रक्रिया और फील्ड रिपोर्टिंग से जुड़ी जानकारी साझा की।
ई-ग्राम परियोजना क्यों है ज़रूरी?
मुख्यमंत्री ई-ग्राम परियोजना का मुख्य उद्देश्य है:
- गांवों की डिजिटल प्रोफाइल तैयार करना
- नीतियों व योजनाओं की सटीक योजना-निर्माण में मदद करना
- ग्रामीण विकास को डेटा आधारित और पारदर्शी बनाना
यह परियोजना राज्य के ग्रामीण इलाकों में सुशासन और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।