
Journalist Safety Law लागू करने की उठी मांग, कई संगठनों ने जताया विरोध
जालौर।
सिरोही जिले के Mount Abu में एक पत्रकार पर हुए हमले की घटना ने राजस्थान में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को IFWJ Journalist Association Jalore के जिला अध्यक्ष दिलीपसिंह बालावत के नेतृत्व में पत्रकारों, Karni Sena, और Congress पदाधिकारियों ने मिलकर जिला कलेक्टर को Chief Minister of Rajasthan के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कड़ी कार्यवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए Journalist Protection Law लागू करने की मांग की।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, पत्रकार हरिपाल सिंह ने माउंट आबू नगर पालिका में कथित भ्रष्टाचार को लेकर खबरें प्रकाशित की थीं। इन खबरों से नाराज़ होकर नगर पालिका के suspended employees ने उनके साथ नगर पालिका परिसर में मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पूरे राज्य में journalist attack in Mount Abu को लेकर विरोध की लहर फैल गई।
संगठनों ने क्या कहा?
पूर्व Granite Association President लालसिंह धानपुर ने कहा,
“पत्रकार दिन-रात दौड़ते हैं, अगर उनके साथ ही ऐसी घटनाएं होंगी तो निष्पक्ष पत्रकारिता कैसे संभव होगी? हम मांग करते हैं कि दोषियों पर strict action लिया जाए।”
Karni Sena District President चंदनसिंह कोरोना ने कहा,
“पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं। अगर कोई व्यक्ति खबरों से नाराज़ होकर इस तरह की हरकत करता है, तो यह freedom of press पर सीधा हमला है।”
Congress District Spokesperson योगेन्द्र सिंह कुम्पावत ने स्पष्ट कहा,
“राज्य सरकार को तुरंत Journalist Protection Act लागू करना चाहिए। माउंट आबू की घटना पर सख्त कार्यवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में दोहराव न हो।”
ज्ञापन सौंपते समय मौजूद रहे:
पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, मोतीसिंह निम्बलाना, ईश्वर सिंह वासन, महेंद्र सोनगरा, साबिर बागरा, धीरेंद्र सिंह बेदाना, महिपाल सिंह मोरू, रतन सिंह निम्बलाना, सुरेश चौधरी, सहित प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अनेक प्रतिनिधि मौके पर उपस्थित रहे।
मुख्य मांगें:
- माउंट आबू घटना में तत्काल सख्त कार्यवाई हो।
- Journalist Protection Law in Rajasthan को जल्द से जल्द लागू किया जाए।
- पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रशासन Zero Tolerance Policy अपनाए।
निष्कर्ष:
माउंट आबू में पत्रकार हरिपाल सिंह के साथ हुई घटना न केवल पत्रकारिता पर बल्कि लोकतंत्र के स्तंभ पर भी हमला है। इस घटना ने पूरे राजस्थान में पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि राज्य सरकार इस ओर क्या concrete steps उठाती है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।