
भीनमाल, राजस्थान।
गायत्री परिवार द्वारा संचालित अखंड ज्योति कलश रथ यात्रा के अंतर्गत स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ, भीनमाल में एक सद्भावना पूर्ण और प्रेरणादायी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन 1926 में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा हिमालय से लाई गई अखंड ज्योति की शताब्दी वर्ष स्मृति को समर्पित था, जिसका उद्देश्य राष्ट्रव्यापी जनजागरण है।
इस अवसर पर क्षेत्र के उन कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस अखंड ज्योति रथ यात्रा को सफल बनाने में निष्ठा, सेवा और समर्पण के साथ योगदान दिया।
राजस्थान जोन प्रभारी गौरीशंकर सैनी ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा,
“गायत्री साधना केवल एक विचारधारा नहीं, बल्कि आत्म-विकास और राष्ट्र निर्माण की दिशा है। जो साधक गुरु के प्रति श्रद्धा रखता है, वही जीवन में दिव्यता को प्राप्त करता है।”
पाली उप-जोन प्रभारी हरिगोपाल सोनी ने समाज में नशा मुक्ति अभियान की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह समय की सबसे बड़ी मांग है, और प्रत्येक कार्यकर्ता को इसमें सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
वहीं बी.एस. पंवार ने दैनिक जीवन में साधना और अनुशासन की महत्ता पर बल दिया।
सम्मानित सहयोगियों में शामिल रहे –
सज्जनसिंह दूधवा, राणमल शर्मा, कोलचंद सोनी, बंशीधर राठी, जेठाराम माली, जसराज सुथार, जोगाराम पटेल, महेश व्यास, मोतीलाल सोलंकी, दीपक लुंकड़, श्रवणसिंह सांचोर, डॉ. दिलीप माहेश्वरी, दिलीप सोनी, मानाराम पुरोहित, ब्रजमोहन सोनी, विठ्ठलदास, प्रताप सुथार, मोहब्बतराम पुरोहित, पूर्णा सोनी, प्रदीप शर्मा, मीरा देवासी, पुष्पा शर्मा आदि।
कार्यक्रम के अंत में सभी सहयोगियों को प्रतीक चिन्ह व प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में गायत्री परिवार के सैकड़ों श्रद्धालु एवं समाजसेवीजन उपस्थित रहे, जिससे वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा से ओतप्रोत रहा।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।