
जयपुर, 18 जुलाई 2025।
राजस्थान सरकार ने जैन समुदाय के चातुर्मास पर्व को ध्यान में रखते हुए श्रमणों (साधु-साध्वियों) की सुरक्षा, ठहराव और प्रवचन व्यवस्थाओं के लिए विशेष प्रावधान किए हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (DMWO) अभिषेक सिद्ध ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने अपने संकल्प पत्र में अल्पसंख्यक वर्ग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है, खासतौर पर जैन श्रमणों के पैदल विहार और चातुर्मास काल के दौरान।

“चातुर्मास का जैन धर्म में विशेष महत्व है। इसलिए यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि श्रमणों की यात्रा और ठहराव के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते उपलब्ध करवाई जाएं।”
— अभिषेक सिद्ध, DMWO, जयपुर
समाज से सहयोग की अपील
अभिषेक सिद्ध ने जैन समाज के श्रेष्ठियों, युवा संगठनों एवं संघों से आग्रह किया है कि:
- जयपुर जिले के शहरों, कस्बों, गांवों में जहां भी चातुर्मास आयोजित हो रहा है,
- वहाँ की जानकारी —
- श्रमणों की संख्या
- चातुर्मास स्थल का पता
- मुख्य कार्यक्रमों की सूची
- सम्पर्क सूत्र
- को समय पर प्रशासन एवं अल्पसंख्यक विभाग के साथ साझा करें।
इससे ज़रूरत अनुसार सुरक्षा, ठहरने और प्रवचन की व्यवस्था बेहतर की जा सकेगी।
यह पहल राज्य सरकार की धार्मिक सौहार्द और सेवा भावना का प्रतीक है।
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श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।