
जयपुर | दिनांक: 16 जुलाई 2025
सादर प्रकाशनार्थ – संवाददाता रिपोर्ट
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अलवर निवासी अमित सैनी की आत्महत्या को पुलिस की अमानवीय बर्बरता का परिणाम बताया है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि यह प्रदेश में कानून व्यवस्था की गंभीर विफलता और सरकार की संवेदनहीनता को उजागर करता है।
थाने में दी गई यातनाएं बनी आत्महत्या का कारण: जूली
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि:
“चोरी के आरोप में पकड़े गए अमित और उसके नाबालिग साथी को पुलिस थाने में बेहद क्रूरता से प्रताड़ित किया गया। पुलिस की अमानवीय यातनाओं और अवैध दबाव के चलते अमित आत्महत्या करने को मजबूर हो गया।“
नाबालिग के साथ किया गया कानून का उल्लंघन
टीकाराम जूली ने आगे बताया कि:
- अमित के साथ पकड़ा गया लड़का नाबालिग था, बावजूद इसके पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर यातनाएं दीं।
- उससे जबरन अन्य मामलों की कबूलियत के लिए दबाव डाला गया।
- किशोर न्याय अधिनियम के अनुसार उसे जेजे बोर्ड के समक्ष पेश किया जाना था, लेकिन पुलिस ने जानबूझकर उसकी उम्र 19 वर्ष लिखवाई ताकि मनमानी की जा सके।
परिजनों पर FIR में नाम हटवाने का दबाव
जूली ने आरोप लगाया कि जब मृतक के परिजन पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने गए, तो पुलिसकर्मियों के नाम हटाने का दबाव बनाया गया।
“यह स्थिति बेहद गंभीर है। जब जनता की रक्षा का जिम्मा जिन पर है, वही उनके लिए खतरा बन जाएं, तो इसे ‘जंगलराज’ नहीं तो और क्या कहेंगे?” – जूली
कांग्रेस करेगी जोरदार विरोध, दिलाएगी न्याय
नेता प्रतिपक्ष ने स्पष्ट कहा कि:
“कांग्रेस इस घृणित पुलिसिया बर्बरता और भाजपा सरकार की असफलता के खिलाफ सड़क से सदन तक विरोध करेगी। हम पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए लगातार संघर्षरत रहेंगे।“

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।