बड़ी खबर: अभयदास महाराज विवाद पर प्रशासन की सफाई, भाजपा साधु समिति की रिपोर्ट पर टिकी निगाहें – JALORE NEWS
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर



जालोर ( 30 जुलाई 2025 ) राजस्थान के जालौर में संत अभयदास महाराज से जुड़े विवाद के 10 दिन बाद आखिरकार प्रशासन ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। मंगलवार रात जालोर एडीएम राजेश मेवाड़ा ने प्रेसवार्ता कर पूरे घटनाक्रम पर स्पष्ट बयान दिया। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में भगतसिंह स्टेडियम में कथा आयोजन की विधिवत अनुमति दी गई थी, लेकिन विवाद के बाद आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने स्वयं ही अनुमति वापस ले ली। इसके बाद दो बार फिर आवेदन आए, लेकिन दोनों ही बार आयोजकों ने अपने आवेदन स्वयं ही विड्रॉ कर लिए।
एडीएम ने कहा कि प्रशासन ने किसी भी स्तर पर अनुमति देने से इनकार नहीं किया। अब सुरेश नोरवा द्वारा लेटा में कथा के लिए नया आवेदन किया गया है, जिस पर गृह विभाग की गाइडलाइन के तहत जांच जारी है और शीघ्र अनुमति दी जाएगी।
“विवाद का कारण स्वयं महाराज के वक्तव्य” — प्रशासन का दावा
एडीएम मेवाड़ा ने कहा कि पिछले 10 दिनों से जालोर में जो स्थिति बनी है, उसका मुख्य कारण संत अभयदास महाराज द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए विवादास्पद बयान हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 11 जुलाई को कथा की विधिवत अनुमति दी गई थी, लेकिन 18 जुलाई को कथा के दौरान श्रोताओं को जालोर किले स्थित बायोसा मंदिर जाने का आह्वान किया गया, जिसके लिए प्रशासन से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई। झूलसे होकर जाने की तैयारी की जा रही थी, जो नियमों का उल्लंघन था। आयोजन समिति को समझाइश दी गई, लेकिन महाराज की ओर से सकारात्मक सहयोग नहीं मिला।

भाजपा साधु समिति की जांच पर टिकी निगाहें
इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अब विवाद की गूंज भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच चुकी है। प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने तीन सदस्यीय साधु समिति का गठन किया है, जिसमें तिजारा विधायक महंत बाबा बालकनाथ, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी और पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती शामिल हैं। यह समिति मंगलवार को ही जालोर पहुंची और जांच प्रक्रिया में जुट गई।
समिति ने जालोर सर्किट हाउस में विधायक जोगेश्वर गर्ग सहित आयोजन समिति के सदस्यों से चर्चा की, वहीं भैरूनाथ अखाड़े में संतों की विशेष बैठक भी हुई। प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने निर्देश दिए हैं कि समिति तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे, जिसके आधार पर पार्टी सरकार को उचित सुझाव देगी।
स्वागत में उल्लास, श्रद्धालुओं में उत्साह
इन सबके बीच संत अभयदास महाराज के जालोर आगमन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया। मंगलवार देर शाम उनके स्वागत में महिलाओं और अन्य लोगों ने पटाखे फोड़कर खुशी जताई। आयोजन स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ बनी हुई है और चातुर्मास की शुरुआत धार्मिक आस्था के साथ हो चुकी है।
निष्कर्ष:
संत अभयदास महाराज का जालोर में चातुर्मास अब केवल धार्मिक आयोजन न रहकर प्रशासनिक और राजनीतिक विमर्श का विषय बन चुका है। एक ओर जहां प्रशासन नियमों की बात कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा की साधु समिति की रिपोर्ट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। अब देखना यह होगा कि समिति की रिपोर्ट और प्रशासन की आगामी कार्यवाही इस विवाद को किस दिशा में ले जाती है।
