
जालोर | 28 जुलाई 2025
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जालोर ज़िला कांग्रेस कमेटी की एक अहम बैठक आज सुबह राजीव गांधी भवन, जालोर में आयोजित हुई। बैठक में जिला प्रभारी सुमन यादव मुख्य अतिथि रहीं, वहीं लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत, पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई, पूर्व मंत्री पुखराज पाराशर विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल ने की।

राज्य सरकार की उपलब्धियों पर उठे सवाल
बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी सुमन यादव ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा,
“राज्य में भाजपा सरकार को दो वर्ष पूरे होने को हैं लेकिन जनता को कोई ठोस उपलब्धि नहीं दिखाई दे रही। सरकार केवल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं के नाम बदलने में लगी है। डबल इंजन की सरकार विपरीत दिशा में दौड़ रही है, जिससे आमजन त्रस्त है।”
उन्होंने प्रदेश में शिक्षा और चिकित्सा की बदतर हालत और अपराध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार नगरीय निकायों और पंचायत चुनावों को परिसीमन के नाम पर जानबूझकर टाल रही है।
वैभव गहलोत बोले: पुलिस का इकबाल खत्म, अपराधियों का मनोबल बढ़ा
लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत ने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा,
“प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। लूट, डकैती, बलात्कार और बजरी माफिया का आतंक चरम पर है। ऐसा लगता है जैसे पुलिस का इकबाल खत्म हो गया हो।”
उन्होंने कहा कि लोग आज भी पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की योजनाओं को याद करते हैं, और भाजपा सिर्फ उनके नाम बदलकर श्रेय लेना चाहती है। जालोर में कांग्रेस सरकार के ऐतिहासिक कार्यों को रोकने के प्रयासों पर भी उन्होंने सवाल उठाए।
सांचौर को जिला निरस्त करना भाजपा की जनविरोधी नीति – सुखराम विश्नोई
पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि
“कांग्रेस सरकार ने सांचौर को जिला बनाकर बड़ी सौगात दी थी, लेकिन भाजपा ने इसे निरस्त कर 150-200 किलोमीटर दूर बैठे लोगों को तकलीफ में डाल दिया। हम विपक्ष में रहकर भी संघर्ष करते रहेंगे।”
स्मार्ट मीटर और अपराध पर कसा तंज – पुखराज पाराशर
पूर्व अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने कहा कि
“प्रदेश में अपराधियों का डर खत्म हो चुका है। बलात्कार, लूट और माफिया राज हावी है। स्मार्ट बिजली मीटर उपभोक्ताओं पर अन्याय कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने जनहित की सभी योजनाओं को रोक दिया है।”
चुनावों में देरी पर भड़के जिलाध्यक्ष
जिलाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि
“बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत समस्याओं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। नगर निकाय और पंचायत चुनावों को परिसीमन के नाम पर टालना संविधान और अधिनियमों का उल्लंघन है। कांग्रेसजन इसका विरोध करते हैं।”
कलेक्टर कार्यालय तक किया विरोध मार्च, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
बैठक के बाद सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजीव गांधी भवन से कलेक्टर कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला और नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें निम्नलिखित मांगें उठाई गईं:
- बिगड़ती कानून व्यवस्था पर नियंत्रण
- स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर रोक
- पंचायत और निकाय चुनावों में शीघ्रता
- जिले के लंबित जनहित कार्यों की बहाली
बैठक में ये नेता रहे उपस्थित
बैठक में हरीश परिहार, श्रवण पटेल, सरोज चौधरी, रमिला मेघवाल, हीरालाल विश्नोई, सवाराम पटेल, उम सिंह राठौड़, नैन सिंह राजपुरोहित, शहजाद अली, दिलीप चौधरी, दीपक मेघवाल, सुष्मिता गर्ग सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल रहे।
बैठक का संचालन जिला प्रवक्ता योगेंद्र सिंह कुम्पावत ने किया।
राजनीतिक हलचल तेज, कांग्रेस ने दिखाई एकजुटता
इस बैठक और विरोध प्रदर्शन के बाद जिले में कांग्रेस की गतिविधियां तेज हो गई हैं। पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह विपक्ष में रहकर भी जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करती रहेगी। अब देखना होगा कि सरकार कांग्रेस के इन आरोपों पर क्या जवाब देती है।




श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।