
ICRA की चेतावनी: Strait of Hormuz (SoH) Disruption से Bharat को भारी झटका
देश की प्रमुख रेटिंग एजेंसी ICRA ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि भारत का ऊर्जा आयात भारी रूप से Strait of Hormuz (SoH) पर निर्भर है। इस क्षेत्र में चल रहे युद्ध जैसे हालात भारत की energy security के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।
➤ क्रूड ऑयल इम्पोर्ट डिपेंडेंसी:
- भारत का करीब 45-50% Crude Oil Import मुख्य रूप से Iraq, Saudi Arabia, Kuwait और UAE से होता है, और ये सभी देश अपना क्रूड SoH के ज़रिए भेजते हैं।
- FY2025 में Russia से भारत ने 36% Crude Import किया, लेकिन फिर भी SoH की भूमिका क्रिटिकल बनी हुई है।
➤ LNG सप्लाई का बड़ा हिस्सा भी खतरे में:
- भारत में LNG सप्लाई का लगभग 54% हिस्सा SoH से होकर आता है—खासकर Qatar (RasGas contract) और UAE से।
- ICRA का कहना है कि यदि SoH में कोई सैन्य या समुद्री अवरोध उत्पन्न होता है तो:
- LNG की सप्लाई बाधित होगी,
- Spot LNG prices तेज़ी से बढ़ सकती हैं,
- और LNG Tanker Freight Rates भी ऊपर जाएंगे।
➤ APM व Domestic गैस कीमतों पर असर:
- जून 2025 में पहली बार APM गैस की कीमतें Ceiling Price से नीचे चली गई थीं, क्योंकि क्रूड कीमतों में नरमी आई थी और OPEC+ देशों ने प्रोडक्शन बढ़ाया था।
- लेकिन अब, Middle East crisis और crude की कीमतों में फिर से उछाल के कारण:
- APM gas price दोबारा $6.75/mmbtu तक पहुँच सकता है,
- और NWG price में जुलाई 2025 में लगभग 10% वृद्धि संभव है।
पश्चिम एशिया में हालात गंभीर: अमेरिका–ईरान के बीच सैन्य संघर्ष
ट्रंप का ऐलान – “Bullseye!”
पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने 23 जून की सुबह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि अमेरिका के B-2 Stealth Bombers ने ईरान के Nuclear Sites को पूरी तरह तबाह कर दिया।
उन्होंने लिखा:
“Obliteration is an accurate term! The biggest damage took place far below ground level. Bullseye!!!”
हमला किन ठिकानों पर हुआ?
- अमेरिका ने ईरान के तीन मुख्य nuclear ठिकानों – Fordow, Natanz और Isfahan – पर हमले किए।
- सेटेलाइट इमेज से पता चला है कि Fordow की भूमिगत साइट, जिसे बहुत सुरक्षित माना जाता था, अब बुरी तरह क्षतिग्रस्त है।
ट्रंप का Regime Change इशारा:
Trump ने यह भी कहा:
“It’s not politically correct to say ‘Regime Change’, but if the Iranian regime cannot MAKE IRAN GREAT AGAIN, then why not?”
उनके इस बयान से संकेत मिल रहा है कि अमेरिका अब केवल nuclear infrastructure पर नहीं, बल्कि राजनीतिक नेतृत्व पर भी दबाव बना रहा है।
भारत पर प्रभाव – कच्चा तेल, गैस और इंडस्ट्री पर असर
क्षेत्र | संभावित असर |
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Crude Prices | कच्चे तेल की कीमतें $95–$105/बैरल तक जा सकती हैं अगर SoH बाधित होता है |
Spot LNG | अचानक डिमांड बढ़ने पर $12–$15/mmbtu तक कीमतें बढ़ सकती हैं |
APM Gas | ₹550-₹600/MBTU तक Domestic gas price पहुंच सकता है |
उर्जा उद्योग | बिजली, उर्वरक, रिफाइनिंग जैसी इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी |
Trade Deficit | महंगे तेल और गैस से व्यापार घाटा बढ़ सकता है |
निष्कर्ष:
Strait of Hormuz पर भारत की जबरदस्त ऊर्जा निर्भरता और मध्य पूर्व में तेजी से बिगड़ते हालात भारत की अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी हैं।
ICRA की रिपोर्ट साफ़ संकेत देती है कि अगर यह संकट आगे बढ़ता है:
- Crude और LNG दोनों महंगे होंगे,
- Domestic गैस की कीमतें बढ़ेंगी,
- और इंडस्ट्री पर Cost Pressure बढ़ेगा।
अब सरकार को alternate सप्लाई रूट्स, strategic reserves और LNG import diversification पर तेज़ी से काम करने की ज़रूरत है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।