
जालौर | 23 जुलाई 2025।
जालौर ब्लॉक में समग्र शिक्षा के पद पर नवपदस्थापित मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) ममता अग्रवाल का आज राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय द्वारा भव्य स्वागत व बहुमान किया गया। यह सम्मान कार्यक्रम जिला अध्यक्ष हीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसमें ब्लॉक के शिक्षकों ने सामूहिक रूप से नई अधिकारी से शिष्टाचार भेंट की और शैक्षिक उन्नयन के लिए अपेक्षाएँ साझा कीं।
ब्लॉक स्तर पर नवाचार की मांग: शिष्टाचार भेंट में उठे मुद्दे
जालौर ब्लॉक अध्यक्ष सामुजा ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने कार्यालय पहुंचकर BEO अग्रवाल से ब्लॉक के शैक्षिक वातावरण में सुधार, गुणवत्ता आधारित शिक्षण, और नवाचार (innovation in school improvement) की आवश्यकता पर चर्चा की। साथ ही शिक्षकों ने यह भरोसा भी दिलाया कि वे विभागीय कार्यों, योजनाओं और गतिविधियों को सम्यक क्रियान्वयन (effective implementation) के साथ जमीन पर लाएँगे।
प्रशासनिक तालमेल पर जोर: अतिरिक्त बीईओ का योगदान
कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी किस्तुराराम बामणिया और रमेशचंद्र खोरवाल ने ब्लॉक के विद्यालयों की व्यवस्थाओं की समीक्षा पर बात की। दोनों ने कहा कि सहयोगी कार्यशैली (collaborative academic management) से ही ब्लॉक को शैक्षिक रूप से मजबूत बनाया जा सकता है, और वे टीम के साथ मिलकर श्रेष्ठ परिणाम (best learning outcomes) देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
संघ प्रतिनिधियों की उपस्थिति: शिक्षा समुदाय की एकजुटता
सम्मान समारोह में जिला सह संगठन मंत्री गणपतसिंह मंडलावत, ब्लॉक अध्यक्ष कृष्णपालसिंह, मंत्री मूलाराम प्रजापत, महिला मंत्री मीना परमार, तथा शिक्षकों की बड़ी संख्या मौजूद रही। उपस्थित शिक्षकों में राजेंद्र उदावत, सीता ओड, संतोष सोलंकी, विदेश दवे, हितेशकुमार, मनोजकुमार, ईश्वरलाल शर्मा, हिम्मतसिंह सोलंकी, भगवानराम, श्रीराम शर्मा, विक्रमसिंह, ललिता वैष्णव, आनंदसिंह, भेरूसिंह, मंगलसिंह, भूपेंद्रसिंह, जसवंतसिंह सहित अन्य शिक्षा कार्यकर्ता शामिल रहे।
यह मजबूत उपस्थिति बताती है कि ब्लॉक शिक्षा प्रशासन और शिक्षक समुदाय एक साथ मिलकर क्षेत्रीय शिक्षा सुधार (regional academic upliftment) की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।
आगे की राह: शैक्षिक उन्नयन + समग्र शिक्षा एक्शन प्लान
कार्यग्रहण के बाद हुए इस सम्मान से स्पष्ट संकेत जाता है कि जालौर ब्लॉक में समग्र शिक्षा कार्यक्रम (Samagra Shiksha Planning) को नई गति मिलेगी। शिक्षकों से मिले सुझावों के आधार पर ब्लॉक स्तर पर अगले चरण में निम्न बिंदुओं पर काम होने की संभावना है:
- विद्यालयवार शैक्षिक स्थिति विश्लेषण (School Performance Review)
- शिक्षकों के लिए capacity building workshops
- नामांकन, उपस्थिति और सीखने के परिणामों पर data-driven monitoring
- समुदाय भागीदारी और school-community engagement drives
यदि ये पहल व्यवस्थित रूप से लागू होती हैं, तो जालौर ब्लॉक सरकारी स्कूलों को quality-oriented rural education model की दिशा में आगे ले जा सकता है।
निष्कर्ष
ममता अग्रवाल का बहुमान केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक संयुक्त शैक्षिक संकल्प का प्रतीक है। शिक्षक संगठन, प्रशासन और समुदाय का यह तालमेल आने वाले शैक्षणिक सत्र में वास्तविक बदलाव ला सकता है। जालौर ब्लॉक अब केवल “स्कूल चल रहा है” से आगे बढ़कर “स्कूल सुधार रहा है” की दिशा में कदम रखता दिख रहा है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।