जालोर बॉक्सिंग के द्रोणाचार्य ‘दलसा’ 31 जुलाई को होंगे सेवानिवृत्त – JALORE NEWS
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर
जालोर ( 30 जुलाई 2025 ) जालौर में सैकड़ो खिलाड़ियों के भविष्य संवारने वाले अंतरराष्ट्रीय खेल प्रशासन दलपत सिंह आर्य ‘दलसा’ 31 जुलाई गुरुवार को सेवानिवरत होंगे। उन्हें जालोर बॉक्सिंग का द्रोणाचार्य भी कहते हैं। दलसा से प्रशिक्षित के खिलाड़ियों में राज्य ही राज्य राज्य स्तर से राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग मे पदक जीतकर जिले ही नही अपितु राष्ट्रीय स्तर नाम रोशन किया। उनका अन्य भी कई खेलों में भी खिलाड़िया का राज्य से राष्ट्रीय स्तर का चयन करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है । उन्होंने जालौर में कई खेल बड़े टूर्नामेंट कराए । लगभग 34 वर्ष पूर्व अपने समय में अच्छे पहलवान रहे हैं ।



दलसा से प्रशिक्षित कई खिलाड़ी शिक्षा, चिकित्सा,पुलिस सेना, राजनीति,पत्रकारिता, व्यवसाय एवं उद्यमी बनकर अपना सफल अपना सफल योगदान देरहेगा।।। वे जिला स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के तकनीकी अधिकारी हैं। पूरे भारत में सभी जगह खेल प्रतियोगिताओं के साथ विदेश की धरती ईरान व अजरबेजान मे भी सफल नेतृत्व कर चुके है। उन्हे जिला स्तर पर लगातार चार बार के साथ विभिन्न मंचों पर कई बार देश की प्रमुख हस्तियां द्वारा सम्मानित किया गया है। दलसा राजस्थान बॉक्सिंग संघ के लगातार दो बार प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। रांची नेशनल गेम में राजस्थान दल के चीफ डे मिशन थे। उन्होंने शिक्षको के साथ कई कर्मचारी आंदोलनो का कई सफल नेतृत्व किया। उनका नाम जालौर में प्रमुख कर्मचारी नेताओं में आता है। सरकारी सेवा में उनका सफर दिसम्बर 1991 से ओटवाला से प्रारंभ होकर ऊन, शिवाजी नगर व लालपोल ज्यादातर सेवारत रहे। राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को तैयार किया। लालपोल स्कूल की बालिकाओं को देश की आजादी के 70 साल बाद खेल के लिए प्रशिक्षत कर पदक जितवाये। हाल ही में उनका प्रमोशन वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक पर राजकीय उच्चमाध्यमिक विद्यालय माताजी का मंदिर मोदरा स्टेशन हुआ है।जहां वे 31 जुलाई को सेवानिवृत्ति होंगे। दलसा नेअपने अनुभवों के बारे में बताते हुए कहा कि ईश्वर ने कुछ करने का अवसर दिया तो उन्होंने अपना कर्म किया। मेरे प्यारे खिलाड़ियों ने अपना सब कुछ सर्वस्व निछावरकर पदक जीते। इससे ज्यादा मेरे लिए खुशी की बात क्या हो सकती है है। मुझे मेरे खिलाड़ियों पर गर्व है। उन्होंने भरोसा दिल दिलाया कि यह कर्म आगे भी जारी रहेगा
