
किसानों और ग्रामीणों में खुशी की लहर, सेई टनल बनी जीवनदायिनी – जल संसाधन विभाग ने जताई जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना
रिपोर्ट: श्रवण कुमार ओड़, जालोर | 11 जुलाई 2025
पाली-जालोर क्षेत्र के लिए मानसून इस बार उम्मीद की बारिश लेकर आया है। पश्चिमी राजस्थान के सबसे प्रमुख और जीवनदायिनी जलस्रोत जवाई बांध में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मानसूनी बारिश के चलते जलस्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। शुक्रवार सुबह तक बांध का जलस्तर 19.70 फीट दर्ज किया गया, जो पिछले पांच दिनों में करीब 4 फीट की वृद्धि को दर्शाता है। इसके साथ ही कुल संग्रहित जलराशि 1208.20 एमसीएफटी तक पहुंच चुकी है।
सेई टनल: जवाई की ‘संजीवनी’ बनी
जवाई बांध में जल की प्रमुख आवक का सबसे प्रभावशाली स्रोत सेई टनल साबित हो रही है। यह टनल वर्षा जल को आस-पास के जलग्रहण क्षेत्रों से प्रत्यक्ष रूप से जवाई बांध तक पहुंचाने का कार्य करती है। जल संसाधन विभाग की सहायक अभियंता अक्षय कुमावत ने जानकारी दी कि:
“यदि मानसूनी बारिश इसी प्रकार बनी रही तो आने वाले दिनों में जवाई का जलस्तर और अधिक तेजी से बढ़ सकता है। विभाग पूरी तरह से निगरानी में जुटा हुआ है।”
सेई टनल को मानसून की शुरुआत में ही सक्रिय कर दिया गया था, जिससे बांध में निरंतर जलप्रवाह बना हुआ है।
अभी लक्ष्य से दूर, पर उम्मीदें कायम
हालांकि जवाई बांध की अधिकतम जल भराव क्षमता 61.25 फीट है, और वर्तमान में यह उससे काफी पीछे है, लेकिन जल भराव की मौजूदा रफ्तार को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ हफ्तों में जलस्तर में सार्थक सुधार होगा।
किसानों के चेहरे खिले – खरीफ की फसल की तैयारी तेज
जलस्तर में वृद्धि की खबर ने सबसे ज्यादा राहत किसानों और पशुपालकों को दी है। खरीफ की बुवाई के लिए जमीन तैयार कर रहे किसान अब आश्वस्त हो चुके हैं कि बारिश और जवाई बांध का पानी इस बार खेती के लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराएगा। पशुपालकों को भी उम्मीद है कि अब पेयजल और चारे की आपूर्ति में कमी नहीं रहेगी।
जालोर में भी मानसूनी मेहरबानी, मौसम हुआ सुहावना
शुक्रवार शाम को जालोर जिले में रिमझिम बारिश हुई, जिससे जिलेभर के तालाब, जोहड़ और छोटे बांधों में भी जलभराव की उम्मीद बनी है। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। ग्रामीण इलाकों में भी हरियाली लौटने के संकेत मिलने लगे हैं।
📌 जवाई बांध तथ्य संक्षेप में:
- 🔹 वर्तमान जलस्तर: 19.70 फीट
- 🔹 कुल संग्रहित जलराशि: 1208.20 एमसीएफटी
- 🔹 अधिकतम क्षमता: 61.25 फीट
- 🔹 मुख्य जलआवक स्रोत: सेई टनल
- 🔹 लाभार्थी क्षेत्र: पाली, जालोर, सिरोही जिलों के गांव
- 🔹 पिछले 5 दिनों में वृद्धि: लगभग 4 फीट
निष्कर्ष:
जवाई बांध का जलस्तर जिस तेजी से बढ़ रहा है, वह पूरे पश्चिमी राजस्थान के लिए एक राहतभरी खबर है। यदि मानसून की यही रफ्तार बनी रही तो आने वाले हफ्तों में खेती, पीने के पानी, पशुपालन और जल संरक्षण की दिशा में जवाई एक बार फिर जीवनदायिनी स्रोत की भूमिका निभा सकता है। सेई टनल के माध्यम से जल आवक को लेकर जल संसाधन विभाग की रणनीति और तत्परता भी सराहनीय रही है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।