
पत्रकार माणकमल भंडारी, भीनमाल | 14 जुलाई 2025
भीनमाल। इंडियन फैडरेशन ऑफ वर्किंग जनर्लिस्ट (IFWJ) की स्थानीय शाखा द्वारा सोमवार को माउंट आबू में पत्रकार पर हुए हमले को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई।
माउंट आबू में पत्रकार पर हमला: लोकतंत्र पर सीधा हमला
सिरोही जिले के माउंट आबू में घटी यह निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता को चुनौती देती है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का भी प्रयास मानी जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय संवाददाता हरिपालसिंह उखरडा समाचार संकलन हेतु नगरपालिका कार्यालय पहुंचे थे, जहां निलंबित सफाई निरीक्षक श्याम जणवा, सफाई निरीक्षक प्रवीण राजपुरोहित और सफाईकर्मी विक्रम चौहान ने मिलकर उन पर हमला कर दिया।
हमले में संवाददाता के साथ लात-घूंसों से मारपीट, गले की सोने की चेन, ₹2500 नकद, और मोबाइल फोन की लूटपाट की गई।
यह घटना पूरी तरह पूर्व नियोजित प्रतीत होती है क्योंकि पत्रकार ने पूर्व में तीनों कर्मचारियों की कार्यशैली व सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके बाद विभाग ने उन्हें निलंबित किया था।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से बढ़ा आक्रोश
घटना का वीडियो एक प्रत्यक्षदर्शी द्वारा रिकॉर्ड किया गया, जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ। इससे पूरे पत्रकार समुदाय में गहरा रोष व्याप्त हो गया है।
एफआईआर संख्या 0053/25 के तहत यह मामला 1 जुलाई को माउंट आबू पुलिस थाना में दर्ज किया गया है।
आईएफडब्ल्यूजे ने दी चेतावनी: यदि कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन
आईएफडब्ल्यूजे के संरक्षक माणकमल भंडारी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि:
- तीनों आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए
- बिना स्वीकृति मुख्यालय छोड़ने और माउंट आबू पहुँचकर घटना को अंजाम देने वाले इन कार्मिकों को सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाए
- पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष नीति बने
- ऐसी घटनाओं पर Zero Tolerance Policy अपनाई जाए
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो राज्यभर में चरणबद्ध आंदोलन, विरोध प्रदर्शन और विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
ज्ञापन देते समय मौजूद पत्रकार प्रतिनिधि
- पर्वतसिंह राव (संघ अध्यक्ष)
- गोविंदसिंह, भोपालसिंह, आसुसिंह राव
- हीरालाल भाटी, उत्तमसिंह राव बोरली
- उत्तम गोस्वामी, ललित होंडा
- भरत सोनी, विक्रम महेश्वरी
- मोहिन खान, मनीष दवे, रविंद्र रोहिणी
- एवं अन्य वरिष्ठ पत्रकार व संगठन पदाधिकारी
निष्कर्ष
यह मामला केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरी पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर खतरे की घंटी है। इसपर त्वरित, निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि लोकतंत्र की आवाज़ दबने न पाए और पत्रकारों का आत्मबल बना रहे।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।