इंदौर में बन रहा भव्य नागेश्वर पंच पार्श्वनाथ जिनालय, प्रतिष्ठा का मुहूर्त घोषित

By Shravan Kumar Oad

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Nageshwar Parshwanath Jinalay, Jain temple Indore, Panch Parshwanath Teerth, Jain Pratishtha Mahotsav 2025, Naychandrasagar Suriji
Nageshwar Parshwanath Jinalay, Jain temple Indore, Panch Parshwanath Teerth, Jain Pratishtha Mahotsav 2025, Naychandrasagar Suriji

मनावर, मध्यप्रदेश
Nageshwar Parshwanath Jinal जैन समाज की आस्था का प्रतीक बनता जा रहा है इंदौर स्थित नव निर्मित श्री नागेश्वर पंच पार्श्वनाथ सप्त तीर्थ जिनालय। इस ऐतिहासिक तीर्थ की प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त अब घोषित कर दिया गया है। यह मुहूर्त 11 नवंबर 2025, मंगलवार (विक्रम संवत 2082, तिथि: मगसर वदी सप्तमी) को आचार्य श्री नयचन्द्रसागरसूरिजी म.सा. द्वारा प्रदान किया गया।

धार्मिक उल्लास और भक्तिभाव का माहौल

नरिमन श्री संघ ट्रस्ट के श्रद्धालुओं ने श्री तिलेश्वर जैन उपाश्रय में विराजित पूज्य आचार्य श्री नयचन्द्रसागरसूरिजी म.सा. और साध्वी श्री हेमप्रज्ञा श्री जी म.सा. की पावन उपस्थिति में प्रतिष्ठा के मुहूर्त की विनती की थी। जैसे ही मुहूर्त घोषित हुआ, श्रद्धा, भक्ति और उल्लास से पूरा परिसर गूंज उठा

सात तीर्थों का प्रतीक बन रहा यह जिनालय

यह जिनालय न केवल एक मंदिर है, बल्कि यह सात तीर्थों का समागम है। यहां निम्नलिखित तीर्थों की झलक श्रद्धालुओं को मिलेगी:

  • श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ (11 फीट ऊंची प्रतिमा)
  • श्री जीरावला पार्श्वनाथ
  • श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ
  • श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ
  • श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ
  • लछवाड जैसे महावीर मंडण
  • गिरनार तीर्थ जैसा नेमिनाथ मंडण
  • नवग्रह पूजित परमाता जिनबिंब

यह मंदिर श्वेताम्बर जैन परंपरा का भव्य उदाहरण बनने जा रहा है।

45 आगम पुरुष और देवी-देवताओं की मंगलमयी प्रतिमाएँ

जिनालय में 45 आगम पुरुषों से युक्त आगम मंदिर, गुरु मंदिर, तथा देवी-देवताओं के बिम्बों की प्रतिष्ठा की जाएगी। यह मंदिर जैन शास्त्रों, परंपरा और संस्कृति का जीवंत प्रतीक होगा।

अंजनशलाका महोत्सव पहले ही हो चुका है संपन्न

इस भव्य निर्माण के पूर्व पंचदिवसीय अंजनशलाका महोत्सव का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें देशभर से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

हर पूनम को भक्ति और सेवा का आयोजन

नवनिर्मित जिनालय में प्रत्येक पूर्णिमा पर विशेष पूजन, अभिषेक, भाता वितरण और रात्रिकालीन भक्ति आयोजन किए जा रहे हैं। यह न केवल एक धार्मिक स्थल बल्कि आस्था, सेवा और संस्कृति का जीवंत केंद्र बनता जा रहा है।

समाज के प्रमुख सदस्य रहे उपस्थित

इस ऐतिहासिक अवसर पर नरिमन मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी निलेश पोरवाल, आर.सी. जैन, विजय जैन गोटेवाला, संदीप पोरवाल सहित नवकार श्री संघ से सिसोदिया जी, अजय अम्बोर, सौरभ कटारिया, प्रदीप जैन, अमित मेहता आदि प्रमुख श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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