ऑपरेशन खुलासा: जालोर जिले में नकबजनी की वारदातों का पर्दाफाश, अंतरराज्यीय गिरोह गिरफ्तार
जालोर।
राज्य स्तर पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन खुलासा” के तहत जालोर पुलिस को नकबजनी की लगातार बढ़ रही वारदातों पर बड़ी सफलता हाथ लगी है। महानिरीक्षक पुलिस जोधपुर रेंज श्री विकास कुमार के निर्देशन में व जिला पुलिस अधीक्षक श्री ज्ञानचंद यादव के मार्गदर्शन में सांचौर सर्कल में सक्रिय अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश कर मुख्य सरगना सहित कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनसे हुई कई लाखों की चोरी की वारदातों का खुलासा किया है।
इस कार्रवाई का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सांचौर श्री आवडदान रतनू एवं सहायक पुलिस अधीक्षक श्री कार्बले शरण गोपीनाथ (आईपीएस) के निकटतम सुपरविजन में किया गया। नकबजनी की बढ़ती वारदातों के मद्देनजर सांचौर, चितलवाना व झाब थाना क्षेत्र में घटनास्थलों का निरीक्षण कर थाना एवं वृत्त स्तर पर टीमें गठित की गई थी। गठित टीमों ने तकनीकी साक्ष्य, मुखबिर तंत्र और सटीक रणनीति के बल पर अंतरराज्यीय चोर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की।
वारदातों का खुलासा:
1. सांचौर (दिनांक 03.07.2025):
प्रार्थी बाबूलाल विश्नोई ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मांगीलाल जैन के मकान में रात्रि में ताले तोड़कर चांदी के बर्तन, नकद ₹70,000, CCTV DVR, चांदी की थाली, जग, नारियल आदि चोरी किए गए। FIR संख्या 328/2025 धारा 331(4), 305(ए) बीएनएस, थाना सांचौर।
2. आमली (दिनांक 06.07.2025):
प्रार्थी दिनेश कुमार पुरोहित के सूने मकान से लगभग 20 तोला सोने व 5.5 किलो चांदी के आभूषण चोरी। FIR संख्या 333/2025 थाना सांचौर।
3. सिद्धेश्वर (दिनांक 08.07.2025):
प्रार्थी पोपटलाल पुरोहित के घर से सोने-चांदी के गहनों सहित ₹30,000 नकद और कपड़े चोरी। FIR संख्या 334/2025 थाना सांचौर।
4. हिण्डवाडा (दिनांक 10.07.2025):
तीन घरों से बड़ी मात्रा में गहने, नकद ₹3.59 लाख और 1100 अमेरिकी डॉलर चोरी। FIR संख्या 93/2025 थाना चितलवाना।
5. झाब (दिनांक 01.07.2025):
प्रार्थी महेन्द्रसिंह राजपूत के घर से सोने-चांदी के जेवरात, चांदी की डली, नकद ₹3.20 लाख चोरी। FIR संख्या 75/2025 थाना झाब।
गिरफ्तार मुख्य आरोपीगण:
- भरत कुमार पुत्र बाबूलाल, जाति पुरोहित, उम्र 25 वर्ष, निवासी खिरोड़ी (मुख्य सरगना)
- प्रकाश चौधरी, उम्र 32 वर्ष, निवासी भादरूणा, सांचौर
- घीसूपाल सिंह राजपूत, उम्र 23 वर्ष, निवासी डबाल
- विनोद सोनी, उम्र 36 वर्ष, निवासी बेहलियों का वास
- राहुल राज पुरोहित, उम्र 23 वर्ष, निवासी किशनगढ़, अजमेर
- उत्तम मेघवाल, उम्र 22 वर्ष, निवासी सिद्धेश्वर
- दशरथ पुरोहित, उम्र 30 वर्ष, निवासी आमली
तरीका-ए-वारदात:
गिरोह पहले दिन में क्षेत्र विशेष की रेकी करता, फिर रात में सुनसान मकानों को निशाना बनाकर ताले तोड़ता और नकदी व आभूषण चुराकर फरार हो जाता। इनकी कार्यप्रणाली बेहद संगठित और योजनाबद्ध थी।
विशेष भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम:
पुलिस थाना सांचौर की टीम:
थानाधिकारी श्री देवेन्द्रसिंह, सउनि श्री बगदाराम, श्री मदनलाल, हैडकानि श्री मोहनलाल, श्री कालुदान, श्री जबरसिंह, कानि. श्री मुकेशकुमार, श्री प्रकाशकुमार, श्री महेशकुमार, श्री सोहनलाल, श्री पृथ्वीसिंह, श्री मांगाराम, श्रीमती बाबू, चालक श्री शिवकरण।
सर्कल स्पेशल टीम सांचौर:
हैडकानि श्री सोहनलाल, कानि. श्री राजूराम, श्री घमाराम, चालक श्री चेतन, श्रीमती चूकी, श्री मुलसिंह, श्री राजू गुर्जर, श्री ओमवीर, श्री सुन्दरसिंह, चालक श्री रामकिशोर।
तकनीकी भूमिका:
कानि. त्रिलोक सिंह (DCRB, जालोर) की तकनीकी दक्षता और सूचना संकलन से विशेष योगदान रहा। उनके साथ सउनि नैनाराम व कानि. गोआराम ने भी सराहनीय कार्य किया।
मुख्य सरगना का आपराधिक रिकॉर्ड:
क्रम मुकदमा संख्या थाना धारा स्थिति 1. 328/2020 आबूरोड 323, 365, 395 पेंडिंग ट्रायल 2. 52/2023 जसवंतपुरा 459, 394, 395 पेंडिंग ट्रायल 3. 234/2022 सायला 457, 380, 382 पेंडिंग ट्रायल 4. 22/2025 — 331(4), 305(ए), 61(2), 317(2)(5) बीएनएस पेंडिंग ट्रायल
अपराधियों पर संगठित अपराध की धारा जोड़ी:
चूंकि आरोपी योजनाबद्ध तरीके से संगठित गिरोह बनाकर कई राज्यों में नकबजनी कर चुके हैं, अतः इनके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS-2023) की धारा 111 (संगठित अपराध) भी जोड़ी गई है।
निष्कर्ष:
इस कार्रवाई से सांचौर सर्कल में हुई पांच बड़ी नकबजनियों का पर्दाफाश हुआ है। साथ ही, गिरोह की गिरफ़्तारी से क्षेत्र में चोरियों पर अंकुश लगने की संभावना है। पुलिस द्वारा आगे की पूछताछ एवं अन्य वारदातों का खुलासा करने की प्रक्रिया जारी है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।