
राजस्थान: प्रदेश के 23750 से अधिक संविदा पंचायत शिक्षक और विद्यालय सहायक आज राज्य के हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। सरकार द्वारा की गई बजट घोषणा में 2 साल की छूट की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ, जिससे भारी नाराजगी फैल गई है।
क्या है मामला?
राज्य सरकार ने फरवरी-मार्च 2025 के बजट भाषण में संविदाकर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया में 2 साल की छूट देने की घोषणा की थी। लेकिन आज तक इसका आदेश जारी नहीं हुआ है।
आज होगा प्रदर्शन और ज्ञापन
- सभी जिला मुख्यालयों पर कलेक्ट्रेट से लेकर हॉस्पिटल चौराहे तक रैली निकाली जाएगी।
- फिर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
- प्रदर्शन में सभी पंचायत शिक्षक, विद्यालय सहायक और संविदा कर्मचारी भाग लेंगे।
नेताओं ने क्या कहा?
🔹 पूरणसिंह काबावत (प्रदेश मीडिया प्रभारी):
“सरकार ने घोषणा तो कर दी, लेकिन आदेश नहीं निकाले। यही नाराजगी की जड़ है।”
🔹 अमरदास बागरा (जालोर जिलाध्यक्ष):
“अगर जल्द आदेश नहीं आया तो यह आंदोलन जयपुर तक पहुंचेगा।”
🔹 अचलाराम मेघवाल (कोषाध्यक्ष):
“अब केवल आंदोलन ही विकल्प है, सरकार को वादा निभाना होगा।”
🔹 महेन्द्रसिंह नारणावास (जालोर ब्लॉक अध्यक्ष):
“यह केवल शुरुआत है, सरकार ने यदि अनदेखी की तो हम महा आंदोलन करेंगे।”
🔹 पिंटुसिंह ऊंडी (सायला ब्लॉक अध्यक्ष):
“जब तक आदेश जारी नहीं होता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”
🔹 मालमसिंह देलदरी (प्रदेश प्रतिनिधि):
“मुख्यमंत्री कहते हैं कि वादे पूरे होते हैं, फिर यह आदेश क्यों लटका है?”
निष्कर्ष
संविदा पंचायत शिक्षकों और विद्यालय सहायकों की मांग साफ है:
“सरकार ने जो वादा किया है, उसे निभाया जाए।”
अगर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन राजधानी जयपुर तक जा सकता है और बड़े स्तर पर सरकार के खिलाफ दबाव खड़ा कर सकता है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।