
जालौर (राजस्थान):
जालौर जिले के लिए गौरवपूर्ण क्षण तब सामने आया जब आर्य वीर दल की सुनीता चौधरी का चयन बटुमी इंटरनेशनल ओपन वुशू टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में हुआ। सुनीता चौधरी न केवल जिले की, बल्कि आर्य वीर दल जालौर की प्रथम अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनकर एक नई मिसाल कायम कर रही हैं।
वैदिक यज्ञ के साथ दी गई विदाई, भारत के लिए पदक की कामना
आर्य वीर दल मुख्यालय पर आयोजित विदाई समारोह में महामंत्री शिवदत्त आर्य ने बताया कि सुनीता की सफलता के लिए वैदिक यज्ञ किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने उन्हें साफा पहनाकर और राजस्थान संचालक विनोद आर्य ने माल्यार्पण कर शुभकामनाएं दीं।
संघर्ष और संकल्प की प्रेरणादायक कहानी
कार्यक्रम में बोलते हुए अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कहा, “सुनीता चौधरी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना संगठन के लिए गौरव की बात है।”
संरक्षक दलपत सिंह आर्य ने कहा कि आर्य वीर दल संसाधनों के अभाव में भी निस्वार्थ भाव से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहा है और यह उपलब्धि उसी का परिणाम है।
कोच देवेश आर्य की भूमिका रही अहम
सुनीता की इस सफलता में कोच देवेश आर्य की मेहनत और मार्गदर्शन को सभी ने सराहा। विनोद आर्य ने बताया कि सुनीता ने राजस्थान स्टेट वुशू प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में स्वर्ण पदक और खेलो इंडिया गांधीनगर में रजत पदक जीतकर राजस्थान का नाम रोशन किया है।
जालौर की पहली राष्ट्रीय स्कूली पदक विजेता भी रही हैं सुनीता
जिला वुशू संघ सचिव कन्हैयालाल मिश्रा ने सुनीता के संघर्ष की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय स्कूली खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली जालौर की पहली खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा है।
समारोह में जुटा उत्साह, वीरांगनाओं ने बढ़ाया हौसला
इस विदाई समारोह में पूर्व पार्षद जगदीश आर्य, वरिष्ठ आर्य वीर डूंगाराम सुथार, घनश्याम सोनी, संतोष कंवर सहित राज्य व राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ी एवं आर्य वीर वीरांगनाएं उपस्थित रहीं और सुनीता को शुभकामनाएं दीं।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।