आज ही नशे से दूरी बनाएं, संतुलित भोजन अपनाएं और लिवर की नियमित जांच करवाएं
पत्रकार नटवर सिंह सिरोही
सिरोही ( 30 जुलाई 2025 ) वर्तमान में तेजी से बढ़ रही लिवर संबंधी बीमारियों को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सिरोही, द्वारा “स्वस्थ लिवर – स्वस्थ जीवन” विषय पर जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सीएमएचओ सिरोही डॉ दिनेश खराडी ने बताया कि आधुनिक जीवनशैली, नशे की लत और असंतुलित आहार लिवर को सबसे अधिक प्रभावित कर रही हैं, जिससे हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, सिरोसिस और लिवर फेल्योर जैसी घातक बीमारिया जन्म ले रही हैं।लिवर शरीर का मूक प्रहरी है यह बिना कोई शोर किए पूरे शरीर को संतुलन में रखता है। लेकिन जैसे-जैसे जीवनशैली बिगड़ती है, लिवर सबसे पहले निशाना बनता है। अगर हम अभी सचेत नहीं हुए, तो आने वाले समय में यह एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन सकता है।”
फैटी लिवर डिज़ीज अब सिर्फ शराब पीने वालों की बीमारी नहीं रही – यह मोटापा, डायबिटीज़ , जंक फ़ूड और हाई फैट डाइट के कारण भी हो रही है।
हेपेटाइटिस के प्रकार एवं फेलने के कारण
हेपेटाइटिस ए – संक्रमित भोजन , दुषित पानी एवं मल द्वारा
हेपेटाइटिस बी – संक्रमित ब्लड ,संक्रमित व्यक्ति के साथ योंन संपर्क से
हेपेटाइटिस सी – संक्रमित ब्लड ,संक्रमित व्यक्ति के साथ योंन संपर्क से
हेपेटाइटिस डी – संक्रमित व्यक्ति के खुन से
हेपेटाइटिस ई –संक्रमित भोजन , वस्तू , दुषित पानी से
सिरोही जिले में एक प्रभावी रणनीति बनाई जा रही है जिसमे
जिला चिकित्सालय से लेकर उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक स्वास्थ्य संवाद
हेल्दी लीवर कैम्पेन
हेपेटाइटिस जाँच अभियान
हेपेटाइटिस बी टीकाकरण अभियान
नशामुक्ति पर कार्यशालाएँ
हेल्थी लिवर जागरूकता रैली एवं पोस्टर प्रदर्शनी ,एचआईवी मरीजों की शत-प्रतिशत हेपेटाइटिस जाँच की जा रही है
लिवर रोग के लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज़ न करें:
• थकान, उल्टी, भूख में कमी
• त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
• पेट में सूजन या दर्द
• मूत्र का गहरा रंग
• शरीर में पानी भरना (Ascites)
“समाज तभी स्वस्थ होगा जब नागरिक नशे से मुक्त और पोषणयुक्त जीवनशैली अपनाएं। लिवर को बचाना मतलब पूरा जीवन बचाना।”
— डॉ. एस.पी शर्मा डिप्टी सीएमएचओ, सिरोही
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये मंत्र:
लिवर ही शरीर का है पावर हाउस
• नशे से पूर्ण परहेज़ करें – शराब, तंबाकू और ड्रग्स लिवर को नष्ट करते हैं।
खाने मे बहुत अधिक चिकनाई नुकसानदायक
• संतुलित आहार लें – ताजे फल, हरी सब्ज़ियाँ, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर भोजन
• नियमित व्यायाम करें – मोटापा फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारक है।
• हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगवाएं
• बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयाँ न लें
• साफ और उबला पानी पिएं – दूषित जल से वायरल संक्रमण होता है।
• समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट कराएं,
अपनी लीवर की हेल्थ स्वयं जाँच करें जैसे गर्दन पर काले निसान पड़ना ,कमर की साइज़ एवं पेट पर चर्बी बढना व शरीर पर लगातार मस्से निकलना एसजीपीटी असामान्य होना, चलने पर कमजोरी और थकावट महसूस होना
— डॉ. देशबंधु शर्मा परामर्शदाता एआरटी एवं कार्यवाहक एपिड़ेमियोलोजिस्ट
