भाजपा राज में पूरे कुएं में भांग घुली हुई है” — संविधान बचाओ रैली में गरजे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली

By Shravan Kumar Oad

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जयपुर / जोधपुर, 28 जून।
राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से तीखी बयानबाज़ी ने हलचल मचा दी है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने जोधपुर में आयोजित संविधान बचाओ रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा और व्यापक हमला बोलते हुए कहा,

भाजपा राज में पूरे कुएं में ही भांग घुली हुई है और प्रदेश की जनता अपने बुनियादी अधिकारों के लिए तरस रही है।”

रैली में उमड़े जनसैलाब के बीच जूली ने भाजपा शासन को भ्रष्ट, दिशाहीन और जनविरोधी करार दिया। उन्होंने साफ कहा कि राजस्थान में आज लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय—तीनों खतरे में हैं।

सरकार अपने ही नियम तोड़ रही, ACB भी भ्रष्टाचार की गिरफ्त में

नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि राजस्थान की भाजपा सरकार प्रशासनिक स्तर पर पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि टेंडर प्रक्रिया को अपने चहेते लोगों को फ़ायदा पहुंचाने के लिए मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है। जूली ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा:

“राज्य में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) के अधिकारी खुद एसीबी की गिरफ्त में हैं। जब जांच एजेंसियां ही भ्रष्ट हो जाएं, तो आम जनता किससे न्याय मांगे?”

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जिन लोगों पर गंभीर केस दर्ज हैं, उन्हें अभियोजन स्वीकृति तक नहीं दी जाती। यानी सरकार उन्हें कानूनी संरक्षण दे रही है।

“संविधान को बदलने की तैयारी में लगी है भाजपा-आरएसएस”

टीकाराम जूली का सबसे बड़ा आरोप भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर रहा। उन्होंने कहा कि ये दोनों संगठन मिलकर भारत के संविधान को कमजोर करने की कोशिशों में लगे हैं।

“ये लोग समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता जैसे शब्दों को हटाकर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान को तहस-नहस करना चाहते हैं।”

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब संविधान लागू हुआ था, तो RSS के लोगों ने इसकी प्रतियां जलाई थीं।

“आज भी वे लोग उसी मानसिकता के साथ संविधान के एक-एक पन्ने को फाड़ना चाहते हैं। ये दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के अधिकारों को खत्म करना चाहते हैं।”

“प्रदेश का मुखिया सिर्फ भाषणों का मास्टर”

जूली ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा:

“राज्य के मुख्यमंत्री की स्थिति यह हो गई है कि कहावत ‘थोथा चना बाजे घना’ उन पर पूरी तरह लागू होती है। वे केवल भाषण देने में माहिर हैं, ज़मीन पर कोई काम नहीं है।”

उन्होंने कहा कि जनता अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। जिन वादों पर भाजपा सत्ता में आई थी, उनमें से एक भी वादा आज धरातल पर नहीं दिख रहा।

“जनता की हालत बदतर, योजनाएं ठप, आरक्षण खतरे में”

टीकाराम जूली ने मौजूदा सरकार की कार्यशैली को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि:

  • छात्रवृत्ति पाने के लिए विद्यार्थी भटक रहे हैं
  • बुजुर्गों और ज़रूरतमंदों को पेंशन समय पर नहीं मिल रही
  • सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते लोग थक चुके हैं
  • शिक्षा विभाग को भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया है

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अब आरक्षण की व्यवस्था को भी समाप्त करने के प्रयासों में जुटी है, जो सीधे-सीधे सामाजिक न्याय और समानता पर हमला है।

“बाबा साहब की मूर्तियों पर हमला—घिनौनी मानसिकता का प्रतीक”

जूली ने प्रदेश में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्तियों के साथ की गई अभद्र घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मूर्तियों को खंडित करना, पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश करना — ये सब भाजपा के लोगों की संकीर्ण मानसिकता और संविधान विरोधी सोच का परिचायक है।

“इन घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि हमें संविधान और बाबा साहब के विचारों की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा।”

“कांग्रेस सरकार की योजनाओं को लोग आज याद कर रहे हैं”

नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस शासन के सामाजिक सुरक्षा मॉडल को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाई थीं— चाहे वह शिक्षा हो, पेंशन हो या रोजगार।

“आज प्रदेश की जनता कांग्रेस के समय की योजनाओं को याद कर रही है, और भाजपा की सरकार ने उनमें से अधिकांश को या तो बंद कर दिया या ठप कर दिया है।”

“अब देश विरोधी ताकतों से लड़ने का समय है”

जूली ने अपने भाषण का समापन “जय भीम” के उद्घोष के साथ किया और कहा:

“अब समय आ गया है कि देश और संविधान विरोधी ताकतों का जवाब दिया जाए। हमें एकजुट होकर संविधान, आरक्षण और सामाजिक न्याय की रक्षा करनी है।”

निष्कर्ष

टीकाराम जूली का यह भाषण राजस्थान की मौजूदा भाजपा सरकार के खिलाफ एक स्पष्ट जन-जागरण का प्रयास है। उनके आरोप केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि संविधान की मूल भावना की रक्षा को लेकर गंभीर चिंता के रूप में सामने आए हैं। आने वाले समय में यह भाषण राजस्थान की राजनीति में नई बहसों और हलचलों को जन्म दे सकता है।

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